एलोवेरा प्रकृति का वरदान है। हमारे आस-पास ना जाने कितने पेड़-पौधे है जिनके बहुत ही अद्धभुत फ़ायदे है, किन्तु सही जानकारी ना होने की वजह से हम इनकी खूबियों से अनभिज्ञ रह जाते है। एलोवेरा उन्ही में से एक है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
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एलोवेरा एक झाड़ीनुमा (Shrub Plant ) पत्तेदार पौधा होता है। इसके पत्ते थोड़े नुकीले होते है। इनके पत्तों को काटने पर पारदर्शी जेल (Gel ) निकलता है। इसी जेल का इस्तेमाल तरह-तरह के रोगों में, सौन्दर्य प्रसाधनों में आदि में प्रयोग किया जाता है। इसे हिंदी में घृतकुमारी या ग्वारपाठा भी कहा जाता है। वैसे तो एलोवेरा ज्यादातर शुष्क क्षेत्र जैसे राजस्थान या अन्य मरुस्थल जगहों पर पाया जाता है। किन्तु इसकी महत्ता की वजह से ये पौधा अब आम घरों के गमलो में आसानी से दिख जायेगा।
एलोवेरा के प्राकृतिक व औषधीय गुण (Medicinal properties of Aloevera) :
1. एलोवेरा में ढेर सारे विटामिन और मिनरल मौज़ूद है। एलोवेरा में विटामिन E, विटामिन C, B9 और B12 मौजूद है।
2. एलोवेरा एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant ) होता है, जो कि हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
3. एलोवेरा त्वचा सम्बन्धी रोगों में बहुत ही फायदेमंद होता है।
4. एलोवेरा चेहरे और बालों के लिए उत्तम है। आजकल बाजार में बिकने वाले सौंदर्य प्रशाधनो में इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है। ब्यूटी क्रीम, शैंपू , मॉइस्चराइजर आदि महंगे उत्पादों में इसका खूब इस्तेमाल होता है।
5. एलोवेरा हमारे पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है।
एलोवेरा जूस के फायदे (Benifit of Alovera Juice) :
एलोवेरा जूस बहुत ही फायदेमंद है। एलोवेरा में विटामिन E, विटामिन C, B9 और B12 मौजूद है और साथ ही एलोवेरा एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant ) होता है। रोजाना सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस पीने से पाचन क्रिया दुरुस्त होता है। चूँकि एलोवेरा एक एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant ) होता है, ये हमे सर्दी, खांसी, जुखाम आदि से बचाता है। एलोवेरा में एंटी एजिंग गुण होता है, इसलिए रोजाना एलोवेरा का जूस पीने से चेहरे पर झाइयां और झुर्रिया जल्दी नहीं पड़ती है। इसके नियमित सेवन से इंसान हर तरह के मौसमी बिमारियों से दूर रहता है, साथ ही ये आपको दिनभर तरोताज़ा रखता है।
एलोवेरा ह्रदय रोग, डायबिटीज, और कैंसर जैसे बिमारियों में भी लाभकारी है।
एलोवेरा का जूस कैसे बनाये (How to make alovera juice )?
वैसे तो बाजार में डिब्बाबंद एलोवेरा का जूस आसानी से मिल जायेगा किन्तु इन जूसों में प्रिज़र्वेटिव (Preservative) मिला होता है जो कि सेहत के लिए हानिकारक होता है। ये आपको फायदा के बजाय नुकसान पंहुचा सकते है। इसलिए ताजे पत्ते का जूस घर पर आसानी से तैयार कर सकते है।
एलोवेरा जूस बनाने के लिए एलोवेरा के ताजे पत्ते लीजिए और उसे धो कर साफ कर लीजिए। चाकू की मदद से उसके ऊपर और निचे के परत (Skin ) को अलग कर लीजिये, अब आपके पास सिर्फ एलोवेरा का जेल वाला भाग होगा। उसके छोटे-छोटे टुकड़े काट कर मिक्सर में आधा कप पानी और एलोवेरा डाल कर अच्छे से ग्राइंड कर लें। आपका जूस तैयार है। ध्यान रहे जूस पीने के बाद आधे घंटे तक कुछ न खाएं।
त्वचा सम्बन्धी रोगो में एलोवरा का लाभ
त्वचा पर हल्का खरोंच या घाव, रैशेस (लाल दाने ), आदि में एलोवेरा बहुत कारगर। एलोवेरा में एंटीसेप्टिक (Antiseptic ), एंटीबैक्टीरियल (anti-bacterial) और एंटी इन्फ़्लैमट्रि (anti-inflammatory) आदि गुण पाए जाते है इसलिए एलोवेरा की ताजा पत्ती न सिर्फ घाव भरता है बल्कि चोट के निशान भी गायब कर देता है। ताज़ा पत्ती काटकर सीधे इसे चोट पर लगा सकते है।
एलोवेरा का प्रयोग चेहरे की सुंदरता के लिए (Alovera for face)
1. एलोवेरा चेहरे से दाग धब्बे, झाइयां आदि हटाने में बहुत उपयोगी है। एलोवेरा को काटकर उसका जेल सीधे चेहरे पर लगा कर 15-20 के लिए छोड़ दे , उसके बाद गुनगुने या ठंढे पानी से अच्छी तरह चेहरा धो लें। आप चाहे तो इसे रात भर छोड़ सकते है, सुबह गुनगुने या ठंढे पानी से अच्छी तरह से चेहरा धो लें । चेहरा धोने के बाद अपने चेहरे के अनुसार कोई अच्छा सा मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं । नियमित ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखने लगेगा।
यदि आपका चेहरा ड्राई है तो सर्दियों में एलोवेरा में गुलाबजल और ग्लिसरीन मिक्स करके लगाएं ।
2. एलोवेरा सन टैनिंग (Sun Tanning ) हटाने में बहुत कारगर है। टैनिंग भगाने के लिए एलोवेरा जेल में 2 चुटकी हल्दी, गुलाबजल और कुछ बुँदे नीबू का रस मिलकर लगाए। ड्राई फेस पर नींबू इचिंग ((Itching) कर सकता है, इसलिए आपका फेस ड्राई है तो सिर्फ 2-4 बूंदे ही डाले, इसके बाद भी अगर किसी प्रकार की इचिंग होती है तो निम्बू ना लगाएं। इसका लगातार उपयोग करने से चहरे की रंगत निखरती है और चेहरा साफ़ दिखने लगता है।
3. एलोवेरा आँखों के नीचे डार्क सर्किल (Dark Circle ) भगाता है। एलोवेरा का छोटा सा पत्ता अपने आँखों के निचे 15 -20 मिनट लगा कर रखे, ऐसा करने से कुछ दिनों में डार्क सर्किल कम होने लगेंगे।
4. एलोवेरा गर्दन का कलपन दूर करता है। एलोवेरा के पत्ते को काटकर गर्दन के आगे और पीछे दोनों भाग में लगाएं, ऐसा करने से कुछ दिनों में गर्दन का कालापन दूर होने लगता है।
नोट : कुछ लोगो को एलोवेरा के इस्तेमाल से त्वचा और चेहरे पर itching (खुजली) होती है, ऐसे सेंसिटिव स्किन (Sensitive Skin) वालों को दिक्कत महसूस हो तो बेहतर है कि इसका इस्तेमाल ना करें।
एलोवेरा का प्रयोग बालों के लिए (Alovera for hair)
एलोवेरा बालों के लिए बेहद उपयोगी है। बालों में रुसी, बालों का झड़ना या फिर कम उम्र में बालों का सफ़ेद हो जाना आजकल बहुत ही आम समस्या है, ऐसे में एलोवेरा बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। एलोवेरा का जेल बालों में लगाने से scalp साफ होने लगता है, बालों का झड़ना धीरे-धीरे बंद हो जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि एलोवेरा के नियमित उपयोग से नए बाल भी उगने लगते है। जेल को आप किसी भी घरेलु हेयर पैक, जैसे मेहंदी, अंडा, दही आदि में मिला कर लगा सकते है। आप जो भी हेयर पैक घर पर बनाते है, उसमे एलोवेरा का जेल मिला कर लगा सकते है, इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है। चाहे तो, इसमें थोड़ा निम्बू मिलकर इसे सीधे अपने स्कैल्प पर लगा सकते है उसके बाद किसी अच्छे शैम्पू से बाल धो सकते है।
वैसे बालों के झड़ने या गंजापन के कई कारण हो सकते है, अगर इन चीजों से फायदा नहीं हो रहा तो किसी अच्छे डर्मेटोलॉजिस्ट (Dermatologist) से जरूर परामर्श लें
एलोवेरा का इस्तेमाल कैसे करें (How to use alovera)
एलोवेरा को चाकू की मदद से पेड़ से काट लें। इस्तेमाल करने से पहले उसके टेल (Tail) को पकड़कर थोड़ा उल्टा लटका दे, कटा हुआ हिस्सा नीचे की ओर रखें, ऐसा करने से आप पाएंगे कि उसमे से पीले रंग का तरल पदार्थ निकल रहा है, जब वो निकल जाये तो चाकू से थोड़ा सा हिस्सा काट कर उसे साफ़ कर लें। इस हिस्से को latex कहते है, जो कि हानिकारक होता है।
निष्कर्ष : एलोवेरा गुणों के खजानों से भरा है , इसका इस्तेमाल अपने जरुरत के हिसाब से करें।