क्या आप भयंकर ACIDITY से परेशान है ?

Pic credit : freepik.com

एसिडिटी (ACIDITY ) के लक्षण

1. गले या सीने में जलन होना। 2. बार-बार सामान्य या कच्ची डकार आना या गैस बनना। 3. खाना खाने के कुछ देर बाद उल्टी महसूस होना। 4. डकार आने पर खाना फ़ूड पाइप में वापिस आना।

आइये जानते है कैसे बचे ACIDITY से

बहुत ज्यादा तला भुना और मिर्च मसालेवाले खाने से बचे 

चाय को कहें अलविदा

चाय एसिडिटी का सबसे बड़ा कारण है, खासकर सुबह खाली पेट बेड टी। चाय एसिडिक होता है । अगर आपको चाय पीने की लत है और आप खाली पेट चाय पी रहे है तो मानकर चलिए आपके एसिडिटी में चाय की सबसे बड़ी भूमिका है। बहुत अधिक मात्रा में चाय पीने से पेट में एसिडिटी बहुत जल्द अल्सर जैसी गंभीर बीमारी में तब्दील हो जाता है।

देर रात तक जागना

बहुत देर रात तक जागने से पेट में गैस और एसिडिटी होने स्वाभाविक है। दरसअल रात्रि विश्राम के लिए होता है, शरीर विश्राम अवस्था में होता है, किन्तु देर रात तक जागने के कारण भी पाचन क्रिया ( digestive system) काम पर पर लगा रहता है और खाली पेट में अम्ल आने पर खट्टी डकारे और गैस होने लगती है।

 सुबह मॉर्निंग वॉक करे, योग करे, जिम जाये, या स्वीमिंग करे.  इन सबमे सुबह की सैर सबसे उत्तम है।  दिन में कम से कम 10,000 कदम जरूर चले. इससे आपका वजन नियंत्रित रहेगा और पाचन क्रिया भी दुरुस्त होगी।

 त्रिफ़ला

सोने से पहले गुनगने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला का सेवन करने से भी एसिडिटी में राहत मिलती हैं । त्रिफला में आंवला और हरड़ होता है और दोनों को पेट के लिए अमृत माना गया गया है

दही और पपीता पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद है। दोनों में से कुछ भी खाली पेट खाना चाहिए। दही में लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) बैक्टीरिया होती है जो पाचन क्रिया को मजबूत बनाती और आँत को दुरुस्त रखने में मदद करती है।

अगर आपको शराब पीने की लत है तो आपको तत्काल इसे छोड़ देना चाहिए, शराब भी एसिडिटी होने का प्रमुख कारण है, अगर पीना ही पड़ जाये तो या बहुत ही कम मात्रा में और कभी कभार ही पियें ।